ब्यूरो रिपोर्ट/संदीप चौधरी।।
रूड़की ब्लॉक के बेलडा गांव में फर्जी पेंशन का बोलबाला वृद्ध एवं विकलांग पेंशन में है बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा एक ग्रामीण ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा फर्जी कागजों के आधार पर वृद्ध एवं विकलांग पेंशन ले रहे 300 से 400 लोगों का कराएंगे मेडिकल परीक्षण साथ-साथ होगी पेंशन लेने के लिए लगाए दस्तावेज की भी होगी जांच
आपको बता दे की पिछले कई वर्षों से बेल्डा गांव में वृद्ध एवं विकलांग पेंशन का बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है वही एक ग्रामीण ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर की गई लेकिन ग्रामीण का कहना है कि इसमें कुछ लोग ऐसे शामिल हैं जो कि अधिकारियों से साथ मिली भगत कर रखते हैं इसलिए मेरे द्वारा माननीय न्यायालय का दरवाजा खटखटा गया है और सभी के दस्तावेज एवं मेडिकल परीक्षण करने की मांग करने की बात कही गई क्योंकि जो युवा वृद्धा पेंशन ले रहे हैं वह 30 से 40 वर्ष के हैं वृद्धा पेंशन होती है 60 वर्ष के बाद लेकिन पिछले कई वर्षों से विकलांग एवं वृद्धा पेंशन लेने वाले काफी लोग समाज कल्याण एवं सरकार का पैसा डकार रहे हैं वही शिकायतकर्ता का कहना है कि इन सभी पेंशन को बनाने में एक जनप्रतिनिधि का बहुत बड़ा हाथ है वह आधार कार्ड को अपडेट करते हुए कागजों में फर्जीवाड़ा कर युवा महिला एवं पुरुष को वृद्ध घोषित कर देता है जिसके आधार पर वृद्धा पेंशन चालू हो जाती है वही कुछ सही सलामत जो विकलांग दिखाए गए हैं उनके भी पैनल में मेडिकल कराने की बात कोर्ट के समक्ष रखी जाएगी ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा शिकायतकर्ता कहना है कि कई बार अधिकारियों को शिकायत कर चुका हूं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती हालांकि शिकायतकर्ता का कहना है कि जिसके द्वारा यह षडयंत्रज कर पेंशन बनाई गई है और अधिकारियों को गुमराह कर पेंशन दी जा रही है इसलिए मेरे द्वारा माननीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया है न्यायालय से जो वृद्ध एवं विकलांग पेंशन ले रहे हैं उनकी लिस्ट बनाकर सभी के मेडिकल परीक्षण करने की बात कही गई ताकि सरकार एवं समाज कल्याण अधिकारियों द्वारा वृद्ध एवं विकलांग पेंशन के अधिकार है उन तक के लाभ पहुंच सके फर्जी कागजों के आधार पर ले रहे पेंशन सभी आरोपी जेल जाएं।
