- रुड़की एवं भगवानपुर में झोलाछाप डॉक्टर एवं हाई स्कूल फेल चला रहे हैं हॉस्पिटल स्वास्थ्य विभाग सोया कुंभकरण की नींद

भगवानपुर के एक अस्पताल का संचालक हाई स्कूल फेल लेकिन बैनर पर लिख डाला बीएएमएस
जब इस बारे में एसीएमओ अनिल वर्मा से जानकारी ली तो जांच कर कार्रवाई करने की बात की
रुड़की से देहात क्षेत्र तक बढ़ता ही जा रहा है झोलाछाप डॉक्टरों के अस्पतालों का कारवां स्वास्थ्य विभाग सोया कुंभकरण की नींद जहां एक और भारत सरकार प्रधानमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना पांच लाख रुपए तक आम आदमी को योजना का लाभ मिल रहा है वही राज्य सरकार द्वारा भी देहात क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी खोले गए हैं वही एम्स ऋषिकेश दून अस्पताल जैसे सरकार के द्वारा आम आदमी के स्वास्थ्य को लेकर तरह-तरह की सुविधा दी गई है वहीं अगर बात करें तो रुड़की क्षेत्र से देहात क्षेत्र तक फर्जी अस्पतालों का करवा बढ़ता जा रहा है अस्पताल के बाहर तो बड़े-बड़े अक्षरों में अस्पताल के नाम का बोर्ड लगा दिया जाता है लेकिन अंदर झोलाछाप के द्वारा अस्पताल को संचालित किया जाता है जिससे कई बार लोगों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को भी इसकी शिकायत की गई है लेकिन स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि समय-समय पर ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई की जाती है और 50 हज़ार तक का जुर्माना भी लगाया जाता है और जिस अस्पताल में मानकों के विपरीत अनियमिता पाई जाती है उसको बंद भी किया जाता है लेकिन एक बड़ा सवाल आखिरकार ऐसे अस्पतालों को रजिस्ट्रेशन कौन देता है क्योंकि कुछ अस्पताल तो बेसमेंट में ही चलाए जा रहे हैं बाकी कुछ अस्पताल टीन जैसी बिल्डिंग में संचालित हो रहे हैं
